पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती मनाई

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती मनाई
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती मनाई

बाड़मेर।  भारत की गौरव शक्ति और स्वाभिमान की प्रतीक देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. इंदिरा गांधी की जयंती शनिवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में मनाई गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्व. इंदिरा गांधी की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। इस दौरान बाड़मेर विधायक व गौ सेवा आयोग अध्यक्ष मेवाराम जैन ने कहा कि इंदिरा गांधी एक अजीम शख्यियत थीं।

उनके भीतर गजब की राजनीतिक दूरदर्शिता थी। भारत को शक्तिशाली राष्ट्र बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है।अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई ऐतिहासिक फैसले लिए जिसने नव भारत की नींव रखी। इंदिरा गांधी ने देश को विभिन्न क्षेत्रों में सफलता की महान ऊंचाइयों तक पहुंचाया और उनके सक्षम नेतृत्व के कारण भारत दुनिया में एक मजबूत और शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में उभरा। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध को संभाला और जीत दिलाई। इसी तरह के मजबूत नेतृत्व की बदौलत ही उन्हें आयरन लेडी के नाम से भी जाना जाता है।

विधायक पदमाराम मेघवाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को राजनीति विरासत में मिली थी और ऐसे में सियासी उतार-चढ़ाव को वह बखूबी समझती थीं। यही वजह रही कि उनके सामने न सिर्फ देश, बल्कि विदेश के नेता भी उन्नीस नजर आने लगते थे। जिलाध्यक्ष फतेह खान ने कहा कि इंदिरा गांधी द्वारा बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने जैसा साहसिक फैसला लेने और पृथक बांग्लादेश के गठन और उसके साथ मैत्री और सहयोग संधि करने में सफल होने के बाद बहुत तेजी से भारतीय राजनीति के आकाश पर छा गईं । वरिष्ठ एडवोकेट धनराज जोशी ने कहा कि वर्ष 1975 में आपातकाल लागू करने का फैसला करने से पहले भारतीय राजनीति एक ध्रुवीय सी हो गई थी जिसमें चारों तरफ इंदिरा ही इंदिरा नजर आती थीं।

इंदिरा की ऐतिहासिक कामयाबियों के चलते उस समय देश में ‘इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा’ का नारा जोर-शोर से गूंजने लगा। सभापति दिलिप माली ने कहा कि गरीबी मुक्त भारत इंदिरा गांधी का एक सपना था। सभी लोगों को भारत से गरीबी को मिटाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, ताकि उनके सपने को हकीकत में तब्दील किया जा सके। वरिष्ठ नेता मेवाराम सोनी ने बताया कि कार्यक्रम में हरीश चंद्र सोलंकी, दमाराम माली, महावीर बोहरा, गोपाल सिंह राजपुरोहित, वली मोहम्मद, पदम सिंह लुणु, जयमल सिंह, हरीश बोथरा,मुकेश धारीवाल, ओमप्रकाश चौधरी ,स्वरूप पंवार, मांगाराम मंसुरिया सहित पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।